Makka Varieties: मक्का एक प्रमुख खाद्य फसल होने की वजह से इसकी खेती भारत मे बहुत से जगहों पर की जाती है। मक्का लाखों लोगों का प्रमुख भोजन होता है और इसको जानवरों को चारा के रूप मे भी इस्तेमाल कीया जाता है। मक्का की खेती करके किसान हर साल लाखों रुपये का मुनाफा कमा सकते है। अगर किसानों मक्के की उन्नत किस्मों के बारेमे पता रहे और इसकी खेती की जाए तो इनसे ज्यादा पैदावार होती है और ऐसेमे किसान लाखों रुपये कमा सकते है। तो हम आपको इस लेख मे मक्का की खेती की ऐसे कुछ उन्नत किस्मों के बारेमे बताने वाले है, जिनकी पैदावार बाकी किस्मों के मुकाबले अधिक होती है।
#1 एस. पी. वी – 1041 (SPV-1041)
इस किस्म की खेती मध्यप्रदेश मे ज्यादातर की जाती है। इसकी फसल को पकने के लिए लगभग 110 से 115 दिन का समय लगता है। इस फसल पकने के बाद दाने सफेद रंग के दिखाई देते है। पैदावार की बात करे तो प्रति हेक्टर 30 से 32 क्विंटल तक होती है।
#2 डी. 941 (D. 941)
यह मक्का संकुलित किस्म का है। इस किस्म की खेती पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में की जाती है। इसके फसल को पकने के लिए लगभग 80 से 85 दीन का समय लगता है। इस किस्म की पैदावार प्रति हेक्टर 40 से 45 क्विंटल तक होती है।
#3 शक्तिमान
इस किस्म की फसल के दाने नारंगी रंग के होते है, जिसकी खेती ज्यादातर मध्य प्रदेश मे की जाती है। इस किस्म की फसल को तयार होने मे 100 से 110 दिन का समय लगता है। पैदावार की बात करे तो प्रति हेक्टर लगभग 70 क्विंटल तक होती है।
#4 पूसा विवेक हाइब्रिड 27 इम्प्रूव्ड (Pusa Vivek Hybrid 27 Improved)
इस किस्म की फसल को तयार होने मे 84 दिनों का समय लगता है। यह जल्दी तयार होने वाली किस्म मे से एक है। इस किस्म उच्च प्रोटीन पाया जाता है जिसकी वजग से इसको जानवरों के आहार और प्रोटीन उत्पादन कंपनियों वाले उपयोग करते है।
#5 पूसा एच एम 9 इम्प्रूव्ड (संकर)
यह कम समय मे तयार होने वाली किस्म है। इस किस्म को पकने मे 89 दिनों का समय लगता है। इस किस्म की खेती को बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिसा राज्य मे किया जाता है। की किस्म की औसतन पैदावार 52 क्विंटल तक होती है
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